अवैध खनन कारोबारियों पर प्रशासन की बड़ी कार्यवाही, खनन माफियाओं में मचा हड़कम्प
ऐजाज हुसैन ब्यूरो चीफ उत्तराखंड

किच्छा। किच्छा तहसील क्षेत्र में राजस्व विभाग की अनदेखी से रेता व मिट्टी के अवैध खनन माफिया बेलगाम हो चुके हैं। किच्छा क्षेत्र में अवैध तरीके से रेता व मिट्टी खनन का कारोबार दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। खनन माफिया बेधड़क होकर शान्तिपुरी, जवाहरनगर, हरियाणा फार्म, बब्बरपुर क्षेत्र में बिना अनुमति के रेता और अवैध मिट्टी का कारोबार धड़ल्ले से कर खनन माफिया और उनके सरकारी आका दोनों हाथों से नोट बटोरने में लगे हुए हैं। खनन माफियाओं द्वारा जेसीबी और डम्परों से रेता और मिट्टी कारोबार से कई हेक्टेयर सरकारी भूमि को खोखला कर दिया गया है। किच्छा की जागरूक जनता जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुकी है लेकिन तमाम शिकायतें करने के बावजूद क्षेत्र में अवैध खनन कारोबार रूकने के बजाय लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे जहां खनन माफियाओं की चांदी कट रही है वहीं कई सरकारी कर्मियों की भी तिजोरियां भर रही हैं। किच्छा क्षेत्र में लगातार बढ़ती जेसीबी और डम्परों की तादाद इसका जीता जागता सबूत है। वहीं सांठगांठ कर चल रहे यह ओवरलोड वाहन क्षेत्र में मौत का निमंत्रण बांटते घूम रहे हैं और इसे रोकने के लिए जिम्मेदार सरकारी महकमों के अधिकारी व कर्मियों को यह नजर नहीं आ रहे हैं।
किच्छा में बड़ी मात्रा में अवैध तरीके से रेता व मिट्टी सप्लाई का काम धड़ल्ले से जारी है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि खनन माफियाओं की सांठगांठ वन विभाग चौकियों और पुलिस जांच बैरियरों से भी जुड़े हुए हैं।
वहीं इस संबंध में तहसीलदार किच्छा जगमोहन त्रिपाठी का कहना है कि अवैध खनन की शिकायतों पर उनके द्वारा अवैध खनन और ओवरलोडिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। जिसमें उनके द्वारा 497 कुंतल अवैध रेते की नीलामी भी करवाई गयी है। अवैध खनन के खिलाफ आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही तहसीलदार ने कहा कि अवैध खनन करने वालों तथा उनको शह देने वाले कर्मचारियों की पहचान की जा रही है उनके खिलाफ भी जल्द ही सख्त कार्यवाई अमल में लायी जायेगी।